क्या कमज़ोर को जीने का हक़ नहीं?
यह कहानी मेरे पिछले साल प्रकाशित कहानी संकलन ‘इस देश में मिलिट्री शासन लगा देना चाहिए’ में संकलित है. यहाँ अपने ब्लॉग के पाठकों के लिए. और कितने यौवन चाहिए ययाति? इतनी मार! ऐसा अत्याचार! जैसे किसी बनैले सुअर का शिकार कर रहे हों। और गालियाँ…सिगड़ी के कोयले सी धधकती आँखों से टपकती…